पीहू बोली अच्छा.....इतना भरोसा ,वैसे ये भरोसा आया कहाँ से ?पहले तो नहीं था ! ओ अच्छा.........अब समझी, तुम्हारी जान बचाई हूँ इसलिए इतना प्यार उमड़ रहा है न मुझ पे? अभिमन्यु बोला अरे! sorry वो बात नहीं है, एक बार मेरी पूरी बात सुनलो please , उसके बाद तुम जो चाहो सोचलेना......पीहू बिना कुछ कहे वहाँ से जाने लगी तो.....अभिमन्यु ने कहा मैं तुम्हारे आगे हात जोड़ता हूँ कहोगे तो पैर पकड़ने को भी तैयार हूँ,please मेरी बात सुनलो ...... पीहू बोली.... वैसे इतना कह रहे हो तो....ठीक है,हात जोड़ने से काम चल जायेगा पैर पकड़ने की जरूरत नहीं....