सुधीर की आँखों को यकीन नहीं आ रहा है कि वह नूरा को सामने' देख रहा है । उसके हाथ-पैर काँपने लग गए। उसकी जबान लड़खड़ाने लग गई । नूरा का नूर से भी ज्यादा चेहरा चमक रहा है, उसकी वही गहरी नीली आंखें जिसे शांतनु देखते नहीं थकता था । नूरा ने सुधीर को देखा और देखते ही देखते उसके चेहरे' का रंग' बदल गया । काले रंग ने उसके चेहरे के नूर को ढक लिया । वह पहले ज़ोर से दहाड़ी, फ़िर उसने सुधीर को घूरकर देखा और तभी सुधीर के मुँह से एक चीख निकली । उन्होंने