पत्नी और पानक्या समानता है इनमेंपहली समानता तो यह है कि दोनों शब्दो की शुरुआत प शब्द से होती है।पान मुख की शोभा बढ़ता है।पान खाने के बाद ताजगी और उमंग का एहसास होता है।पान पत्नी खाले तो उसके अधरों की लालिमा और मधुरता बढ़ जाती है और उनका रस्वादन में असीम सुख की प्राप्ति होती है। पान का इतिहास पुराना है।यह अमीर और गरीब,राजा और रंक,स्त्री पुरुष और तृतीय लिंग सब मे समान रूप से प्रिय है।पान की दुकान पहले छोटे बड़े शहर,गांव कस्बो में मिल जाती थी।बहुत सी जगह जनरल मर्चरन्त वाले भी पान बेचते थे।पान दो तरह