तेरे झरने से पहले समर्पित नेह को, स्नेह को डेफोड़िल्स ही क्यों ? यह प्रश्न अवश्य मस्तिष्क में आया होगा दिलो-दिमाग को सताया होगा आख़िर जब इतने खूबसूरत फूलों का देश है हमारा भारत तब ये ‘डेफोड़िल्स’ ही क्यों? सच कहूँ तो मेरे मस्तिष्क ने इसको बहुत बहुत बार सोचा लेकिन यह भीतर से निकल ही नहीं पाया ! इसका सीधा सा, छोटा सा कारण था | बचपन में कभी वर्ड्स्वर्थ की छोटी सी रचना पढ़ी थी यद्ध्यपि उस रचना का जन्म नकारात्मकता से हुआ था किन्तु इन फूलों के कारण ही सकारात्मकता के परिवेश में रचना का समापन