“कौन हो तुम?“ एक खूंखार सी गुर्राने की आवाज़ गूंजी। “मैं यहाँ तुमसे कुछ सवाल पूछने आया हूं।”“तू लॉयर है?“ सलांखो के पीछे से आती आवाज़ में चुनौती थी। “नही।”“क्या तू मुझे यहाँ से बाहर निकालने आया है?““नही।”“तो भाग यहाँ से। मेरे पास तुझे बताने के लिए कुछ नही है।”अभय को उस से ऐसे ही बरताव की उम्मीद थी और वोह इसके लिए तैयार भी था। “मैं तुम्हारे बच्चे के भविष्य को सुरक्षित कर सकता हूं अगर तुम मेरे सवालों के जवाब दो तो।”एक दम शांति छाई रही और अभय जानता था इसका कारण। अभय के लिए आश्चर्य की बात