उमैर खुद को किसी पाताल में गिरा हुआ महसूस कर रहा था। वह अपनी लड़ाई खुद लड़ने आया था मगर उसे ऐसा लग रहा था की अरीज ने उसे जीत भीख में दे दी हो। वह अपनी लड़ाई लड़े बग़ैर ही जीत गया था और उसे ये जीत हरगिज़ नहीं भा रही थी। लेकिन अब वह कर भी क्या सकता था? सनम के साथ शादी से इंकार? सिर्फ़ अपनी अना (ego) में इसलिए की अरीज ने उसे सनम की भीख दी थी?... और अरीज वह कौन थी? उसे अचानक से हॉस्पिटल का वो admit फॉर्म याद आया था जब वह