पूरे एक महीने के बाद वह वापस लौटा था।पिछले कई वर्षों से वह इस स्टेशन से आता जाता रहा था।लेकिन इस बार यह स्टेशन बदला बदला अजीब सा नजर आ रहा था।स्टेशन से बाहर निकल कर वह पैदल ही घर की तरफ चल पड़ा था।शहर की वो ही सड़क जिस पर से पिछले वर्षों में वह न जाने कितनी बार गुजर चुका था।वो ही सड़क आज उसे अनजान नजर आ रही थी।एकदम बदली हुई नजर आ रही थी।वह खुद को आज शहर में अजनबी महसूस कर रहा था।इतना अजनबीपन तो उसे तब भी महसूस नही हुआ जब वह पहली बार