मीना अपने लड़के को दवा लाने को कहती है,और मोनू अपनी टूक टूक (सायकल) में सवार हो कर पर्चा हाथ मे लेकर निकलने लगता है। वो अपने घर के मुख्य दरवाजे के पास पहुँचा ही होता है,की तभी घर के अंदर से मीना आवाज लगाती है.! ओ मोनू रुक ..? (मीना ----- मोनू की मम्मी )अरे पूरी बात सुनके तो जा..!यहां वहां घूमने और खेलने मत लग जाना।और तुझे इतनी दूर जाने को नही कह रही सिर्फ बाजू वाले गली शर्मा जी के स्टोर में जाकर दवा लानी है।इतना दूर नही भेज रही,जो तू अपना टूक-टूक लेकर जा रहा है।