राजा के मुँह से यह बात सुनते ही श्यामा के मन में रोपित हुआ बीज अंकुरित हो गया। उसके मन के अंदर की शक़ की सुई अपने पति आदर्श की तरफ़ घूम गई। श्यामा ने इधर-उधर देखा कि किसी का ध्यान तो नहीं है उसकी तरफ़। लेकिन सब अपने-अपने दोस्तों के साथ बात कर रहे थे। श्यामा ने पूछा, “कहाँ रहते हो?” “वह सामने वाली खोली में।” “क्या करते हो?” राजा ने थोड़ा हैरान होते हुए जवाब दिया, “जी कॉलेज जाता हूँ।” वह सोच रहा था आख़िर मैडम उसके बारे में इतना सब क्यों पूछ रही हैं? क्या जानना चाहती