रेखा सो जाओ सुबह तुमे जल्दी उठना होता है, समीर अपना फोन बंद करते हुए मुझे बोले । "बस सो रही हूँ "कहते कहते मेने भी अपना फ़ोन रख दिआ और आंखे बंद कर के लेट गई । कितने कमजोर हो गए है आज कल रिश्ते की जरा सा संभालने में चूक हुई की कांच के जैसे चूर चूर हो जाते है।आज सुबह की ही तो बात है फ़ोन पर अननोन नंबर की मिस्ड कॉल देखकर समीर ने मुझसे प्रशनो की झड़ी लगा दी इतना जनाब के सवाल ख़त्म हुए ही थे की दुबारा फ़ोन की बेल्ल बजी देखा तो