कहानी - दाई अम्मा अरुण की नयी नयी शादी हुई थी . उस दिन रांची से बारात लौट कर आने वाली थी . आजकल तो औरतें भी बारात में जाने लगीं हैं . अरुण की दोनों बड़ी बहनें भी बारात गयी थीं . अरुण के पापा वर्माजी अपनी नयी बहू को ले कर धनबाद लौट रहे थे . दुर्भाग्यवश वर्माजी की पत्नी का देहांत शादी के चंद वर्षों के बाद हो गया था पर तब तक वे तीन बच्चों के पिता बन गए थे . दो बसों और तीन कार से बारात गयी थी