अगला दिन कुछ शांत सा था... मोनाली की तरफ से अभी कुछ हरकत नही हुई थी... अनिरूद्ध सौरभ सब अपने काम में बिजी थे.. किंजल कुछ परेशान सी थी .. करन को वो रिकॉर्डिंग कैसे सुनाए ये उसे समझ नही आ रहा था... करन का रिएक्शन क्या होगा यह सोचकर उसे डर लग रहा था..उसने हिम्मत करके करन को फोन लगाया.." हेय करन...! " " हाय बोलो ना..." " क्या हम अभी मिल सकते है ? " " हा श्योर... " " तो क्या तुम मेरे घर आ सकते हो ? " " ठीक है में अभी आता हु..." करन