‘‘ इत्ती सी हँसी, इत्ती सी खुशी ’’‘‘नानी जी आज हम न्यू हाउस में शिफ्ट हुए हैं, मम्मी-पापा घर का सामान जमा रहे हैं। मैं ममा से कह दूंगी वो फ्री होते ही आपको कॉल कर लेंगी।’’- कहते हुए अंशु ने फोन कटा और मम्मी के पर्स में रखकर दौड़ने लगी नए दोस्त मनप्रीत और बड़े भाई सोनू के साथ। तभी फर्स्ट फ्लोर की बालकनी से झांकते हुए सुमन ने कहा - ‘अंशु, सोना ऊपर आओ जल्दी।" अंशु के हाथ में अपना पर्स देखकर सुमन फिर बोली - "ओहो! अंशु ये पर्स नीचे क्यों लाई ,चलो अब आओ ऊपर।" सुमन