ज़िद्दी इश्क़ - 28

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माज़ ज़रूरी काम से बाहर गया था और माहेरा रोज़ी के साथ लॉन में बैठी हुई थी। बहोत देर से बैठने की वजह से अब माहेरा को भूख लगने लगी थी। "रोज़ी मुझे भूख लगी है मेरे लिए पास्ता बना कर लाओ।" माहेरा ने अपने पास बैठी रोजी से कहा। "मैम सर ने कहा है आपको अकेला नही छोड़ना है। आप मेरे साथ अंदर चले मैं पास्ता बना लेती हूं फिर हम बाहर आ जायेंगे।" रोज़ी ने कहा। "रोज़ी मेरा यहाँ से हिलने का बिल्कुल भी मूड नही है और तुम फिक्र मत करो यहां इतनी सिक्योरिटी है मुझे कुछ