ज़िद्दी इश्क़ - 22

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माज़ ने आस पास देखा लेकिन माहेरा कहि नही थी। वोह गुस्से से चलते हुए रामिश के पास आया और बोला। "माहेरा कहा है?" रामिश ने उसकी बात सुनकर हैरानी से उसे देखा और फिर अपने आस पास देखते हुए बोला। "यार अभी तो यही बैठी थी। मुझे मास्टर ने बुलाया था मैं उनकी बात सुनने गया था तब भी वोह मुझे यही बैठी दिख रही थी।" "रामिश अगर माहेरा को कुछ भी हुआ तो मैं तुम्हे छोडूंगा नही।.........अब मेरा मुंह क्या देख रहे हो जाओ जा कर ढूंढो उसे, मैं पहले मेंशन के अंदर देख लेता हूं।" माज़ गुस्से