शिवा अपने घर का डोर बैल बजाता है और थोड़ी ही देर में दरवाजा खुल जाता है। शिवा जब दरवाजा खोलने वाले को देखता ही रह जाता है, सामने से जब दरवाजा खोलने वाला व्यक्ति शिवा को हवा में हाथ फैराते हुऐ कहता 'हाय जीजू' सामने खड़ा व्यक्ति कोई और नहीं शिवा की साली थी और शिवा उसे देख कर हैरान होकर पूछता है " प्रिया तुम ,तुम कब आई। प्रिया ' जीजू आप तो बुलाओगे नहीं और मै अपनी भांजी का जन्मदिन भूल नहीं सकती। शिवा ' ठीक बहार खड़े रखने का इरादा है या फिर अंदर आने दोगे(शिवा