हिना को बुखार बहुत ज्यादा था। थर्मामीटर से चेक किया पुरा चहेरा लाल हो गया था।कंचन ने जल्दी से ठंडा पानी बाउल में लेकर आईं।राज जल्दी-जल्दी हिना के सर पर पट्टी रखता गया। उसके हाथ पैर ठंडे पड़ गई गए थे राज ने अपने हाथों की गर्मी से हिना के हाथों में और पैर में मालिश किया।।हिना बेहोश थी और फिर जैसे कुछ कहना चाहती थी।राज ने सोचा हे भगवान कुछ बोल न दे वरना सब।।राज ने कहा कंचन दुध लेकर आओ।कंचन दुध लाने चली गई।राज ने हिना के हाथों और पैरों पर मालिश करने लगा ओह मैं क्या करूं