मंडप सज गया. कुलदेवी माँ का आशिर्वाद ले लिया. जान को बिदाई के वखत दी जानेवाली भेट दे दी गई. रिश्तेदारों ने एकदूसरे को प्यार से गले लगा दिया. वरवधू गाड़े में बैठ गये. ......और जान आगे निकली.......और मेजीशियन मीर ने जादू के खेल छेड़े. मेजीशियन मीर गाव का इकलोता जादूगर था. वो अपना गुजरान गाव में और आसपास के शहेरों में जादू दिखाकर चलाता था. बड़ा ही मशहूर था ‘मीर मेजीशियन’ और बड़ा ही मज़ेदार उसका The MAGIC SHOW. गाव में अगर किसी की भी शादी होती थी तो मीर का MAGIC SHOW तो पहली जरुरत मानो समजी जाती.