"यही तो मुश्किल है।,"उसके पिता बोले,"खैर।एक दिन आपको सब पता चल जाएगा।आपको सजा देनी ही है तो दे दीजिए।"सुदेश को जेल भेज दिया गया और उसके खिलाफ रिपोर्ट लिख ली गयी।सुदेश पुलिस वालों को देखते ही भड़क उठता था।पुलिसवाले से तू तड़ाक होने पर मारपीट हो जाती।और पुलिस उसे पकड़ लेती पिटती और बन्द कर देती।पर वह अपनी आदत नही छोड़ता था।सुदेश ने अपराध किया था।पर उसका जुर्म इतना संगीन नही था।इसलिए उसे दस दिन की सजा हुई थी।वह खुशी खुशी कोर्ट से जेल चला गया।वर्दी वाले को देखते ही सुदेश भड़क उठता।उसकी नशे ऐंठने लगती और उसका दिमाग गर्म