फिर राजीव धीरे धीरे सीढ़ी चढ़ कर उपर जाता है और फिर अमर के रूम के बाहर से ही दरवाजा खटखटाया और फिर क्या मैं अन्दर आ सकता हूं।अन्दर से आवाज आई हां ज़रूर।राजीव थोड़ा सा संकोच हो कर रूम प्रवेश करता है तो देखा कि एक सफेद साड़ी में कोई खड़ी है पर धुंधली सी, और फिर राजीव ने कहा भाभी मैं राज, राजीव हुं आपका देवर।ये सुनकर कर हिना तुरंत मुड़ी तो देखा कि उसकी जिंदगी उसके सामने खड़ा है।एक दूसरे को देखते ही दोनों ही चौंक जाते हैं और फिर हिना बेहोश हो कर जमीन पर गिर