अपने बदन के सारे कपड़े उतारने के बाद अमायरा आगे बढ़ी और टब के नजदीक पहुंची और टब के किनारे पर बैठ गई। धीरे से उसने अपनी हील्स निकाली और उसे एक साइड रख दिया। अमायरा के धीरे धीरे मूवमेंट्स से कबीर और बेसब्र हुआ जा रहा था। फिर अमायरा पानी के अंदर आई और कबीर ने उसे अपना हाथ दिया ताकि अमायरा उसकी गोद में ठीक से बैठ जाए। इस पूरी क्रिया के दौरान दोनो की नज़रे एक दूसरे पर टिकी हुई थी, किसी ने भी एक पल के लिए भी अपनी नज़रे एक दूसरे की नजरों से हटा