पीहू घर से निकलते ही काम तलाशना शुरू की जहाँ भी कोई काम देखी, पूछने लगी क्या काम मिलेगा? कई जगह से ना सुनी,डाँट भी सुनी, आख़िर कोई एसे लड़की को कैसे काम दे ,जिसके बारे मैं किसीको कुछ नहीं पता,कहाँ से आई है किसीने पहले उसे देखा भी नहीं भला कोई यकीन भी कैसे करले! बहुत request के बाद आखिर मैं, एक काम मिला, पर पीहू उतने मैं भी चुप नहीं बैठी और काम तलाशी और आखिर मैं कुल 3 काम हासिल की । अपने समय के हिसाब से वो अपने काम के वक़्त तय करने लगी ।उसके काम