भारत सोने की चिड़िया हिन्दुस्तान पहले सोने की चिडया था, यह कोई कपोल कल्पना नहीं, बल्कि ठोस हकीकत है. परन्तु हिन्दुस्तान हमेशा आपसी धर्म,जात-पात की लड़ाई व् गद्दारों के कारण, जब तब विदेशीयों द्वारा लुटता रहा. इसकी अमीरी का यह आलम था की वर्ष 1739 में नादिर शाह भारत में केवल लूट-पाट के उदेश्य से आया था, कत्लेआम करवाना उसके जेहन में शायद न रहा होगा, परन्तु स्थितिगत उसने ये काम भी करवाया. उसने दिल्ली के एक छोटे से इलाके उमराह (omarah) में अपने सोलिजेर्स को अमीर व्यापारियों के घरों में प्रवेश करने के ल