वो सुबह कभी तो आएगी कैलाश प्रसाद 35 वर्ष की आयु में ही परलोक चले गए थे। उनकी पत्नी सुमित्रा देवी की उम्र भी उस समय लगभग 25 वर्ष रही होगी.सुमित्रा देवी के कोई संतान ना हो सकी थी, और इसका कारण यह नहीं था की सुमित्रा में कोई कमी थी, या भगवान् ने उसके साथ न्याय नहीं किया था। बस एक मानवीय चुक ने उसका जीवन बदल दिया, वैसे तो मानवीय चुक को भगवान् पर थोपना ठीक नहीं है, पर हम हिन्दुस्तानी लोग हर बात को परमात्मा की इच्छा मान कर संतोष कर लेते हैं। हुआ यह था, सुमित्रा