(देहदान के प्रति जागरूकता लाने का एक प्रयास) लाजपत राय गर्ग समर्पण हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा ‘महाकवि सूरदास आजीवन साहित्य साधना सम्मान’ से विभूषित, रक्तदान अभियान के अग्रदूत, अग्रज भ्राता, डॉ. मधुकांत जी को अपना पाँचवाँ उपन्यास समर्पित करते हुए मुझे अतीव प्रसन्नता हो रही है। ******** जय माँ शारदे! आत्मकथ्य प्रात: वन्दनीय माँ शारदे के आशीर्वाद एवं ‘महाकवि सूरदास आजीवन साहित्य साधना सम्मान’ से अलंकृत अग्रज भ्राता वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. मधुकांत जी की प्रेरणा से यह उपन्यास ‘अनूठी पहल’ लिख पाया हूँ। डॉ. मधुकांत जी ने रक्तदान को अपने जीवन का मिशन बनाया हुआ है। इन्होंने व्यवहारिक जीवन में