सपने - (भाग-45)

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सपने.......(भाग-45)सब थके हुए थे तो नींद भी बहुत अच्छी आयी। सोफिया और आस्था सुबह 6 बजे ही उठ गयी थी। देर न हो जाए इसके लिए वो अलार्म लगा कर सोई थीं। दोनों जल्दी से तैयार हो गयीं। तैयार होने के बाद ही आस्था और सोफिया ने सबको उठाया। जब तक बेड से उठ कर बैठे नही तीनो वो वहीं खड़ी रही। आखिर उनको उठना ही पड़ा। उन्हें उठा कर दोनो राजशेखर के घर चली गयीं और उनको भी तैयार हो कर जल्दी आने को कह कर गयी। राजशेखर के घर में फूलों से डेकोरेशन हो रही थी......। सोफिया ने