सपने - (भाग-40)

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सपने.....(भाग-40)आस्था शेखर से बात करके हटी तो उसने स्नेहा को फोन किया, " स्नेहा अपनी शादी की तैयारियों और नौकरी में खूब बिजी है, फिर आस्था ने उसे बताया कि, "उसकी फोटो न्यूज पेपर में आयी है और तुझे कोई परवाह ही नहीं.....सहेली को भूल गयी मंगेतर मिलते ही...सही है बेटा"! "अरे आस्थू रूक जा, क्यों हर वक्त गुस्सा तेरी नाक पर रहता है।अखबार पढने का टाइम मिलता नहीं, तुझे पता है न कितनी अफरा तफरी में रहती हूँ। घर आ कर ट्यूशन पढाना होता है....माफ कर दे", स्नेहा ने उसे मनाते हुए कहा। "ठीक है माफ किया....मैं आ रही