दो पागल - कहानी सपने और प्यार की - 17

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अंक १७ दोस्ती में दुरी      नमस्कार दोस्तों। आशा करता हु की आप सब ठीक ही होंगे। आज मे लेखक वरुण पटेल फिर से हाजिर हु आप के बिच हमारी बहुत ही मजेदार कहानी दो पागल के एक और अंक के साथ लेकिन मेरी बिनती है आप सब लोगो से कि अगर आपने आगे के १६ अंको को नहीं पढा है तो सबसे पहले उन अंको को पढले ताकी आपको यह अंक अच्छे से  समझ आए। पढ़िए दोस्ती में दुरी वाला अंक |      आगे आपने देखा की केसे पुर्वी के पापा का फोन पुर्वी को आता है और