शहीद सुखदेव के जन्मदिवस (15 मई ) के अवसर पर....भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में ‘सुखदेव’ ऐसा नाम है जो न सिर्फ़ देशभक्ति बल्कि साहस और कुर्बानी का भी प्रतीक है। 23 मार्च 1931 के दिन सुखदेव को उनके दो क्रान्तिकारी साथियों भगतसिंह और राजगुरू के साथ फाँसी के तख्ते पर लटकाकर शहीद कर दिया था। शहादत के 90 साल बाद भी हमारे ये शहीद जनता के दिलों में अब भी ज़िन्दा हैं। भगतसिंह, राजगुरू और सुखदेव को अंग्रेजी सरकार ने 23 मार्च 1931 को लाहौर षड़यंत्र केस में फाँसी दी थी। इन वीरों को फाँसी की सजा देकर अंग्रेज सरकार इस