दो पागल - कहानी सपने और प्यार की - 15

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अंक १५ रहस्यमय इंसान            नमस्कार आज फिर हाजीर हु आपके लिए आपकी अपनी बहेतरीन नवलकथा का एक ओर अंक को लेकर लेकिन मेरी आपसे एक बिनंती है कि अगर आपने अभी तक हमारी इस बहेतरीन कहानी के अगले अंको को नहीं पढा है तो प्लीज़ पहले उन अंको को पढले ताकी आपको यह अंक समझ आए।  आइए शुरू करते है इस रहश्यमय अंक को | शुरुआत                                                                        आगे हमने देखा की केसे रिवरफ्रन्ट पर जीज्ञा और रुहान के बिच फिर से सबकुछ सही हो जाता है और रुहान जीज्ञा को अपने सपने तक