ओह! अद्भुत बंदर है, ऐश ने सोचा। बंदर वास्तव में अब आंखें बंद किए किसी ऋषि की भांति ध्यान मुद्रा में बैठा था। ऐश ने देखा कि बंदर के साथ उसके वार्तालाप को कौतुक से देखते हुए कुछ और परिंदे भी दाना चुगना छोड़ कर वहां इकट्ठे हो गए थे। अब वो सभी ऐश की तरह ही जिज्ञासा से इस प्रतीक्षा में थे कि बंदर आंखें खोले और कुछ कहे। सचमुच बंदर ने आंखें खोल दीं। फिर कुछ गंभीर हो कर ऐश से बोला - देख लिया। मैंने सब देख लिया। ऐश हैरानी से बोली - क्या देख लिया श्रीमान?