जितनी जल्दी हो सके वोह बचने के लिए उठ खड़ी हुई क्योंकि वोह कबीर का सामना नहीं कर सकती थी। लेकिन उतनी ही जल्दी से कबीर उठा और उसे पीछे से बाहों में भर लिए। "मैं डर गई थी। बहुत ज्यादा डर गई थी। मुझे खुद पर ही कंट्रोल नही रहा यह देख कर की आप मुझसे नफरत करेंगे, मुझे जाने के लिए कह देंगे।" अमायरा कबीर की बाहों में रो पड़ी थी और कबीर ने उसे रोने दिया। "मत डरो। मैं रहूंगा यहां। हम रहेंगे यहां हमेशा साथ।""आप मुझसे नफरत नही करेंगे अगर आपको मेरी वजह से उन्हे अपनी