पेहचान - 9

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वो पीहू को लेकर अपने cabin के अंदर गया । वो cabin के अंदर कदम रखा ही था की पीहू उसे जोरसे धक्का देकर अपने से दूर की, उससे पहले की अर्जुन कुछ बोलता पीहू उसके चेहरे पर चाटा जड़ते हुए बोली .............what the hail! तुम खुदको क्या समझते हो हाँ? तुम्हे इतना समझाई पर फिर भी वही गलतीअरे पानी था, लापरवाही हुई मुझसे और मैं गिरी इतनी सी सिम्पल बात को लेकर तुमने इतना तमाशा क्यों किया ? मेरी ही गलती थी की मैं तुमपे भरोसा कर बैठी, छोड़ो जो हुआ सो हुआ ,अब मैं यहाँ काम नहीं कर