अनिका ने अभय के होंठों को प्यार से चूम लिया। "मुझे असल मायने में सिंघम की दुल्हन बना दो अभय। मैं हर तरीके से तुम्हारी होना चाहती हूं।"अभय की आंखें अनिका की बात सुन कर फैल गई। अभय उसको किस करने लगा और अनिका बेकरारी से अभय के कपड़ो को उतारने लगी। "मुझे तुम चाहिए," अनिका ने फुसफुसाते हुए कहा और अभय एक लाइन की तरह अपने होठों को उसके होठों से गर्दन से होते हुए नीचे ले जाने लगा, उस पर जीभ फिराते हुए, उसे स्मेल करते हुए। "टेक मी नाउ, अभय," अनिका ने रिक्वेस्ट की। जैसे बस यही