चार दिन बीत चुके थे अभय को गए हुए और अनिका उसे बुरी तरह मिस कर रही थी। वोह इस बात से इंकार नहीं कर सकती थी की वोह अभय सिंघम की तरह झुक रही है। यह इसलिए नही था की उसने उससे शादी की थी, और उसे मरते दम तक उसके साथ रहना था शायद, बल्कि वोह उसे पसंद करने लगी थी और उसकी रिस्पेक्ट करने लगी थी। अभय ने जो कुछ भी किया था वोह उसके लोगों के लिए और न्याय के लिए किया था, जिससे अनिका उसकी तरफ बढ़ने लगी थी। हां यह भी एक सच्चाई थी