ताऊजी को के एल शर्मा के नाम से पूरा बांदीकुई जानता था।उन दिनों ड्राइवर को अलग अलग स्टीम इंजन मिलते थे।इंजिन को सजाने के लिए हर ड्राइवर पीतल के कुछ उपकरण खरीदते और जब ड्यूटी पर जाते तब अपने इंजिन को इन से सजवाते थे।पहले शादी की तैयारी कई दिनों पहले शुरू हो जाती थी।दिन में रात में औरतें गीत गाती थी।गली भी गायी जाती थी।ताऊजी को यह बिल्कुल पसंद नही थी।जब भी खानदान में शादी होती।औरते चुप चाप जब ताऊजी घर से बाहर होते तब गाली गाती थी।अगर इस दौरान ताऊजी आ जाते तो वह बुरी तरह गुस्सा हो