मैं मिस्टर सिसौदिया से दूसरे दिन मिली तो वें बोलें.... माँफ करना कैमिला!मैं कल अपने होश खो बैठा था,मैने बहुत ज्यादा पी ली थी,मुझे तो याद भी नहीं कि मैनें गुस्से में तुमसे क्या क्या कहा? तब मैने उनसे कहा .... सर!आपने नशे में कहा कि आप अपनी माँ से बहुत प्यार करते हैं... मैं ऐसा कभी कह ही नहीं सकता कैमिला!क्योंकि मैं उनसे बहुत नफरत करता हूँ,सिसौदिया साहब बोलें.... लेकिन आपने ऐसा ही कहा था,मैनें कहा।। मेरी माँ प्यार के काबिल ही नहीं थी,सिसौदिया साहब बोलें... तो फिर आपको उनके जाने का इतना ग़म क्यों हैं?मैनें उनसे पूछा।। मुझे