सोई तकदीर की मलिकाएँ 15 भोले ने सपने में भी नहीं सोचा था कि केसर हाल पूछने आए उससे यूं लिपट जाएगी । उसने घबराकर दरवाजे की ओर देखा । कहीं कोई अचानक कोठरी में आ जाए तो उसे तो डूब मरने की जगह भी नहीं मिलेगी । बाहर गेजा घूम रहा है । किसी भी समय इस कोठरी में चला आएगा । चौके में उसकी ब्याहता , इस घर की मालकिन बैठी रसोई का काम कर रही है और यह केसर ... इस समय इस पर पागलपन का दौरा पङा हुआ है । उसने एक झटके