कल बाज़ार में फल खरीदने गया,तो देखा कि एक फल की रेहड़ी की छत से एक छोटा सा बोर्ड लटक रहा था,उस पर मोटे अक्षरों से लिखा हुआ था…“घर मे कोई नहीं है, मेरी बूढ़ी माँ बीमार है,मुझे थोड़ी थोड़ी देर में उन्हें खाना,दवा और टॉयलट कराने के लिए घर जाना पड़ता है,अगर आपको जल्दी है तो अपनी मर्ज़ी से फल तौल लें, रेट साथ में लिखे हैं।पैसे कोने पर गत्ते के नीचे रख दें, धन्यवाद!!”अगर आपके पास पैसे नहीं हो तो मेरी तरफ से ले लेना, इजाज़त है..!!मैंने इधर उधर देखा,पास पड़े तराजू में दो किलो सेब तोले दर्जन