गंगा को और आगे पढ़ाने का निर्णय लेने के बाद उसी दिन शाम को अरुणा ने उसे बुलाया तब सौरभ भी वहीं था। सौरभ ने पूछा, “गंगा अब तुम्हारी स्कूल की पढ़ाई का यह अंतिम वर्ष है। तुम आगे क्या करना चाहती हो बेटा?” अनायास ही गंगा के मुंह से निकल गया, “अंकल मैं डॉक्टर बनना चाहती हूँ।” सौरभ ने कहा, “तो बेटा फिर उसके लिए तो तुम्हें एंट्रेंस की परीक्षा देनी होगी। अभी समय है तुम्हारे पास, तुम कोचिंग क्लास ज्वाइन कर लो।” ख़ुश होते हुए गंगा ने कहा, “जी अंकल।” जब घर जाकर उसने अपने माता-पिता को यह