तमन्ना अपने चारों ओर अंधेरा पाती है और बहुत डरी हुई सहमी हुई बैठी थी,उसकी लम्बी लम्बी सांसें चल रही थी,तभी एक गुड़िया उसकी तलफ आती है और शैतानी मुस्कान से अपनी भयानक अवाज में तमन्ना से कहती है,आओ न आओ आओ न.......मै तो इतनी दूर से तुम्हारे साथ खेलने आई हूं औ तुम हो के मुझसे घबरा कर यहां छुपी हुई हो।तमन्ना घबराती हुई अवाज में कहती है,नहीं.. नहीं मुझे नहीं खेलना तुम डोल नहीं हो....फिर वो शैतानी गुड़िया उसके नजदीक आकर पूछती है,तो फिर मै कौन हूँ यह कहकर वो जोर से हसती है....उसकी भयानक हसी तमन्ना के