वैदेही के चेहरे को देखकर वो उसकी आंखों की गहराई में खो जाता है ...." कौन है आप...?.." अब आगे............वैदेही उसके आंखों में देखते हुए कहती हैं....." कौन है आप ...?..."वो नौजवान मुस्कुराते हुए कहता है....." माणिक , हमारा नाम माणिक है और आप , और इस घने जंगल में क्या कर रही है...?..."वैदेही अपना परिचय देती है....." हम वैदेही है , हम अपनी औषधि से सबकी पीड़ा को खत्म कर देते और हम वृषपूर जा रहे ..."माणिक उसके चारों तरफ देखते हुए पूछता है...." आप अकेले ही जा रही है...?..."" जी ! जबसे हमारे बाबा इस दुनिया से गए