शाम के 5:00 बज रहे थे राजीव उसी बेड पर पड़ा हुआ था तभी उसका फोन बजा, फोन को उसने अपने कान से लगाया "ओक मैं बस पहुंचता हूं।" इतना कहने के बाद उसने फोन वहीं पर छोड़ कर अपने घर से निकल गया। दूसरी तरफ हॉस्पिटल में पिछले कई दिनों से बेहोश पड़े हुए पाटिल को अचानक होश आया और वह तुरंत ही अपने स्ट्रक्चर पर बैठ गया, उसके सर में दर्द हो रहा था जिसकी वजह से उसने कराहते हुए अपने सर को पकड़ लिया।उसे अचानक उस भयानक रात की याद आ गई जिस रात उसके साथ यह