कजरी ने अपनी बहिन को अपनी भौंहो से इशारा किया कि वह ड्राईवर को रास्ता बताये । बदरी केबिन मे ड्राईवर को रास्ता बता रही है । रूट बदली इस लिए किया गया था क्योंकि दामिनी को उसके घर से गाड़ी मे बैठाकर लेकर चलना था । बस ड्राईवर को बदली ने कहा ..अंकल यहां रोककर चलो .. सड़क के किनारे दामिनी अपने कंधे पर एक छोटा बैग लटकाये खड़ी थी .. बदली ने दामिनी को पुकारा दीदी आजाइए ..दामिनी बस मे सवार हुई अपने दाहिने हाथ से कजरी व केतकी के हथेली पर मारते हुए आगे बढ रही थी