"शाह आपको गोली लगी है?" ज़ैनब रोते हुए बोली। "कुछ नही हुआ बस ममिली सी चोट है, अहमद गाड़ी घर की तरफ ले कर चल।" ज़ैनब से कहने के बाद उसने अहमद से कहा। "अहमद भाई गाड़ी हॉस्पिटल की तरफ ले कर चले।" ज़ैनब अहमद को देख कर बोली। "यार मामूली सी चोट के लिए हॉस्पिटल क्यों जाना ह।" ज़ैन इसे देखते हुए बोला। "डॉक्टर मैं हु या आप!" ज़ैनब उसे घूरते हुए बोली। "तुम हो लेकिन..." "लेकिन वेकिन कुछ नही आप चुप चाप बैठे।" ज़ैनब उसे डपटते हुए बोली। उसकी बात सुनकर ज़ैन खामोश हो गया और अहमद हसने