(12) समीर के ठीक होने के बाद उसका भी बयान लिया गया। लॉज के कर्मचारी का भी बयान दर्ज़ किया गया। हरीश और मंजीत पर पास्को एक्ट लगाया गया। नमित और चेतन पर जुवेनाइल जस्टिस एक्ट के तहत मामला दर्ज़ किया गया। सभी ने अपने गुनाह कबूल कर लिए।समीर के केस की बहुत चर्चा हुई थी। सबको पता चल गया था कि वह ट्रांसजेंडर है। इस बात का समीर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा था। वह पहले से अधिक उदास रहता था। किसी से भी मिलना या बात करना नहीं चाहता था। स्कूल जाने को तैयार नहीं था। बार बार यही