करोड़ों-करोड़ों बिजलियां - 14

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अध्याय 14 अर्चना ने आश्चर्य से वैगई को देखा। "प्राणेश की अम्मा अभी क्यों आई है वैगई तुम्हें देखने आई है---वैगई ! शादी की तैयारी के बारे में बात करने?" वैगई मुस्कुराई। "मैं ऐसा नहीं सोच रही क्योंकि शादी के प्रोग्राम के लिए बात करनी होती तो वह मेरी अम्मा अप्पा को मिलने घर जाती। मुझसे कुछ पर्सनल बात करने ही आई है ऐसा मैं सोच रही हूं। अर्चना तुम 10 मिनट के लिए यहां रहो----मैं जाकर बात करके आती हूं।" अर्चना के सिर हिलाते ही वैगई उस कमरे को छोड़ बाहर तेज तेज चलकर एक मिनट में स्वागत कक्ष