भाग - 2 कहानी - तुम न जाने किस जहाँ में खो गए - 2 अगले दिन दोपहर बाद जब वह ड्यूटी पर गयी तब तक मधुसूदन सपरिवार चेक आउट कर जा चुका था . वे मधु के नाम एक लिफाफा छोड़ गए थे जिसमें 200 मॉरीशस रूपये और एक चिठ्ठी थी . चिठ्ठी में कल रात की घटना के लिए सॉरी लिखा था और अगले वर्ष फिर मिलने की आशा जताई थी . मधु ने लेटर पैड पर नाम , मधुसूदन , और फोन नम्बर देखा . उसने तुरंत उस फोन नंबर पर