प्यार का ज़हर - 37

  • 3.2k
  • 1.4k

कमल सिंह : सही बोला आपने चलो हमे उस चोटी सी बची के बारे मे पुछ ताछ करनी चाहिये. इसे पहले की देरी हो जाये.प्रणाली : अरे राज के पापा जी और मनोज जी कमल जी आप सब रुकिये. राज गया है. वो जरुर महेर को ले आये गा.महेश अच्छा लेकिन हम ऐसे हाथ पे हाथ धरे नही बैठ सकते ना.प्रणाली : अरे मे ऐसा भी नही बोल रही हू. की आप कुच मत करो. लेकिन मे ये कह रही हू. की आप सब फिक्र मत करो राज को सब पता है. की वो कहा जा सकती है. इस लिये