ग्राम कुशालपुर के एक घर में चार किशोर बैठे हैं हरीश नारद, मुरली और गजा | हरीश तेज दिमाग का साहसी किशोर हैं कैसी भी परिस्थिति हो सब का हल है उसके पास लेकिन एक बुराई भी है उसमे बुराई कहो या शरारत , हरीश बदमाशी करने में भी अव्वल है | नारद ! जैसा नाम वैसा उसका काम इधर की बात उधर करना और तिल का ताड़ बनाना यही उसका काम है | इन सबसे अलग है मुरली , मुरली एक मस्त मौला किशोर है खराब परिस्थिति में भी मस्खरी करना उसकी आदत है लेकिन डरपोक इतना की अगर